
इलेक्ट्रिक कार के साथ बिहार के सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
Electric Car: बिहार के सीएम नीतीश कुमार पिछले लंबे समय से पटना में इलेक्ट्रिक कार की सवारी करते हैं, साथ ही लोगों को इसके फायदे भी गिनाते हैं. उनका मानना है कि ये कार पर्यावरण और लोगों के पॉकेट दोनों के लिए फ्रेंडली है.
नीतीश ने मंगवाई थी पहली इलेक्ट्रिक कार
बिहार जैसे राज्य में जहां पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से आम लोगों के जनजीवन पर इसका असर साफ दिख रहा है वहीं दूसरी तरफ लोग अब इलेक्ट्रिक बाइक कार और बसों की तरफ अपना रुख कर रहे हैं. कोरोना काल के पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस दिशा में बिहार के तरफ पहला कदम बढ़ाया जब उन्होंने राजधानी के अंदर अपने इस्तेमाल के लिए पहली इलेक्ट्रिक कार मंगवाई थी तो संदेश साफ था कि लोग आने वाले दिनों में इसका इस्तेमाल बढ़ चढ़ कर करें .
लोगों को भी जागरूक करते हैं सीएमपर्यावरण के प्रति हमेशा से चिंतित रहने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पर्यावरण के संरक्षण के वक्त ही इस बात का बल दे दिया था कि जरूरत पेट्रोल-डीजल के वाहनों से अलग हटकर इसके विकल्प की ओर जाने का है. अपने लिए नीतीश ने पहली कार मंगवाई तो वहीं सरकार में शामिल तमाम मंत्रियों अधिकारियों के लिए भी इलेक्ट्रिक कार की इंतजाम की बात कही. बीच में देशभर में लगे लॉकडाउन की वजह से यह कार्य थोड़ा धीमा हो गया लेकिन पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के बीच अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से इस ओर तेजी से काम करते नजर आते हैं और कई मौके पर अपनी इलेक्ट्रिक कार के आरामदायक सफर के बारे में भी लोगो को जानकारी देते हैं.
उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद भी करते है इलेक्ट्रिक कार की सवारी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहां इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल को पर्यावरण के साथ-साथ पॉकेट फ्रेंडली बताते हैं वहीं सरकार में डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद भी इसकी वकालत करते नजर आते हैं और कहते हैं कि इससे प्रदूषण कम होगा और लोगों की जेब भी कम ढीली होगी. इसका सकारात्मक असर भी जल्द देखने को मिलेगा. सरकार के इलेक्ट्रिक कारों के प्रति लोगों को जागरूक करने और अन्य राज्यों की तरह विशेष छूट देने के न्यूज़ 18 के सवाल पर उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद कहते हैं कि फिलहाल सरकार के पास तो ऐसी कोई योजना नहीं है लेकिन जब आपने यह सवाल पूछा है तो अब इलेक्ट्रिक कारों को लेकर सरकार कोई न कोई योजना जरूर बनाएगी. हम यह जरूर देखेंगे कि इन कारों के प्रति लोगों को कैसे जागरूक किया जाए और सरकार के द्वारा आम लोगों की क्या मदद की जाए .
सीएम नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के ड्राइवर भी इलेक्ट्रिक कार से हैं प्रभावित
पेट्रोल और डीजल के वाहनों के इस्तेमाल के बीच एक तरफ जहां लोग इसके विकल्प की तलाश तेजी से कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर लोगों के मन में सवाल रहता है की सामान्य वाहनों से अलग इलेक्ट्रिक वाहन कैसे होते हैं. इसको लेकर नीतीश कुमार और तारकिशोर प्रसाद के ड्राइवर का कहना है कि यह कार पेट्रोल और डीजल के मुकाबले ज्यादा अच्छी है. गाड़ी चलाने में भी बाकी के मुकाबले आरामदायक है .
बिहार में भी विकल्प बनेगी इलेक्ट्रिक कार
समय के हिसाब से पेट्रोल डीजल के विकल्प के तौर पर इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड में कई गुना बढ़ोतरी हुई है . देश के कई बड़े शहरों में इसके नए शोरूम खुल रहे हैं, वहीं अब बिहार सरकार इस बात पर भी बल दे रही है कि लोग ज्यादा से ज्यादा पेट्रोल डीजल के वाहनों से अलग इको फ्रेंडली बिजली से चलने वाले वाहनों की ओर आकर्षित हों लेकिन सरकार को उसके लिए विशेष आर्थिक सहयोग या फिर सब्सिडी की व्यवस्था करनी होगी ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे खरीद सकें .
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